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Showing posts from February, 2018

मेरे रग रग में , तेरी ही रवानी है |

मेरे रग रग में , तेरी ही रवानी है | मेरी हर नब्ज़ बस, तेरी ही दीवानी है || होठों पे तेरा नाम, आँखों में तेरा ही पानी है | मेरा हर गीत बयां करता, बस एक तेरी कहानी है || मेरे मन मंदिर में बसा , एक तेरा नाम रूहानी है | तेरी हर इक बात, याद मुझे जुबानी है || लगता है क्यों मुझे , तुझ संग प्रीत पुरानी है | अगर में तेरा दीवाना हु , तो तू मेरी दीवानी है || चलता रहूँगा साथ तेरे, जैसे पर्वतों से बहता पानी है | छोडूंगा न तनहा कभी , चाहे छूटे ये जवानी है || फूलों की खुशबू लाती, तू लहर सुहानी है ,| रात की चांदनी से ज्यादा , तेरा चेहरा नूरानी  है || ज़मी से फलक की, बस तू एक रानी है || बच्चों की बीच बच्ची, और बड़ो में सयानी है || मुझे बस अपने प्यार की , अनुभूति तुझे करानी है | मेरी दिल में बसी तेरी सूरत, बस तुझे दिखानी है || तू करती है मुझसे इतना प्यार , की तेरा न कोई सानी है | शिव की प्रेम प्रतिज्ञा में, अग्नि में जली भवानी है || स्वप्न में आये तेरे हर रूप को , कविता में बनानी है | पर मुझसे दूर जाती तेरी वो, तसवीर मुझे जलानी है || स्वर्ग से उतरकर भी , न कोई तेरे जैसी  आनी है | अगर