Skip to main content

Posts

Showing posts from October, 2018

तूने ज़माने से टकराने की हिम्मत कब रखी थी,

तुम भी वही हो, मैं भी वही हूँ, पर वक़्त तब भी कुछ और था, और वक़्त आज भी कुछ और है। तूने ज़माने से टकराने की हिम्मत कब रखी थी, तुझ में ज़माने का डर तब भी वही था, आज भी वही है। बड़ी मुश्किलों से काटी थी हिज्र की रातें मैंने, मेरी आँखों में तेरे इंतज़ार की तड़प तब भी वही थी, आज भी वही है। एक नज़र से तूने मेरी उन्सियत को ठुकराया था, तेरी आँखों में मेरा प्यार मज़ाक तब भी था, आज भी वही है। तेरी पनाहों में दो जहां का सुकून मिला था मुझको, मेरी ज़ीस्त को तेरी ज़रूरत तब भी वही थी, आज भी वही है। मेरी हर तमन्ना की बिखरन को समेटा था तूने, तुझसे टूटी मेरी उम्मीद की तड़प तब भी वही थी, आज भी वही है। ज़माने की रवायतें ज़रूरी थीं तेरे लिए, तुझ पर बंदिशें तब भी वही थी, आज भी वही है। अपनी आँखों के करार के लिए मैंने, रोज़ तेरे दर तक सफ़र किया था, तेरे लिए बेताबी मेरे दिल में तब भी वही थी, आज भी वही है। चंद लफ़्ज़ों में इश्क़ बयाँ करने का मौका ही ना मिल पाया था कभी, तुझसे ये क़ुबूल करने की हसरत तब भी वही थी, आज भी वही है। कम्बख़्त ज़माना कब आशिक़ों का यार हुआ है, दुश्म

शिकायत नहीं है मुझे आज तुमसे ,

शिकायत नहीं है मुझे आज तुमसे , शिकायत है मुझको तो आज खुद से , मेरी भूल थी यह मैं क्या जान बैठा , माट्टी के तन को खुदा मान बैठा, यौवन को देवी बनाया था हमने, सजदे में सर को झुकाया था हमने, पूजा की वेदी सजाया था हमने। मेरी भूल थी यह मै क्या जान बैठा, माट्टी के तन को खुदा मान बैठा। जागा था फिर भी खोया रहा मैं , यादो में तेरी खोया रहा मैं , खिलेंगे कभी तो फूले मोहब्बत , गुलिस्ता भरम का बनाता रहा मै , शिकायत नहीं है मुझे आज तुमसे , शिकायत है मुझको तो आज खुद से , मेरी भूल थी यह मैं क्या जान बैठा , माट्टी के तन को खुदा मान बैठा ।

Tum Bin Jiya Jaaye Kaise.....

Tum Bin Jiya Jaaye Kaise Kaise Jiya Jaaye Tum Bin Sadiyon Se Lambi Hain Raatein Sadiyon Se Lambe Hue Din Aa Jaao Lautkar Tum, Yeh Dil Keh Raha Hai Phir Shaam-E-Tanhaai Jaagi Phir Yaad Tum Aa Rahe Ho Phir Jaan Nikalne Lagi Hai Phir Mujhko Tadpaa Rahe Ho Is Dil Mein Yaadon Ke Mele Hain Tum Bin Bahut Hum Akele Hain Aa Jaao Lautkar Tum, Yeh Dil Keh Raha Hai Kya Kya Na Socha Tha Maine Kya Kya Na Sapne Sajaaye Kya Kya Na Chaaha Tha Dil Ne Kya Kya Na Armaan Jagaaye Is Dil Se Toofaan Guzarte Hai Tum Bin To Jeete Na Marte Hai Aa Jaao Lautkar Tum, Yeh Dil Keh Raha Hai Tum Bin Jiya Jaaye Kaise Kaise Jiya Jaaye Tum Bin Sadiyon Se Lambi Hain Raatein Sadiyon Se Lambe Hue Din Aa Jaao Lautkar Tum, Yeh Dil Keh Raha Hai......Donut....!!