तुम्हारे लिए ख्वाबों की एक दुनिया सजाई है मैंने मेरे ख्वाबों की दुनिया में तुम आओ तो सही………………. न जाने तुम अब तक क्यों मुझसे दूर हो छोड़ कर सबकुछ मेरी बाहों में समा जाओ तो सही………………. मैं तो हक से तुम्हें पुकारता हीं हूँ अब तुम भी हक से मुझे बुलाओ तो सही………………. बहुत सह ली हमने दूरियाँ अब मुलाकातों का एक सिलसिला चलाओ तो सही………………. मैंने तो तुम्हें अपना सबकुछ मान लिया है अब तुम भी मेरे बन जाओ तो सही………………. जैसे हमारी नजरों से बातें हुई थी फिर उसी तरह मुझसे नजरें मिलाओ तो सही………………. मेरा वजूद तो तुममें हीं समा गया है तुम भी मेरे वजूद का हिस्सा बन जाओ तो सही………………. जहाँ हम पहली बार मिले थे फिर वहीं मुझसे मिलने आओ तो सही………………. मैंने तो दूरियाँ मिटाने के सब जतन कर लिए अब तुम भी करीब आ जाओ तो सही………………. खुद की नजर से तो रोज देखा है तुमने खुद को कभी मेरी नजरों में खुद को देखो तो सही………………. माना प्यार की दुश्मन है दुनिया पर प्यार में दुनिया को झुकाओ तो सही ………………. प्यार में जो कभी किसी ने नहीं किया हो प्यार में कुछ ऐसा कर जाओ तो सही……………….miss you so much..........